आईआईटी स्तर की शिक्षा अब शिवालिक कॉलेज, देहरादून में
देहरादून। शिवालिक कॉलेज और आईआईटी रोपड़ के बीच एमओयू साईन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि आईआईटी रोपड के निदेशक प्रो.डॉ.राजीव आहुजा,डीन रिसर्च एण्ड डवलेपमेंट डॉ.पुष्पेन्द्र पी सिंह,सीईओ आई हब अवध डॉ.राधिका त्रिखा,मुख्य नवाचार और आइडियाज ऑफिसर डॉ.मुकेश केस्टवाल,सीनियर मैनेजर इंक्यूवेशन आईआईटी रोपड ,पंजाब के अतीफ जमाल और कॉलेज के वाईस चेयरमैन अजय कुमार,निदेशक प्रो.डॉ.प्रहलाद सिंह,एडवाईजर प्रो.डॉ.एस.पी श्रीवास्तव,डीन स्टुडेन्ट एवं वेलफेयर डॉ.सुरमधुर पन्त ,डीन रिसर्च एवं प्रमोशन प्रो.डॉ.संतोष जोशी,आई हब शिवालिक के एसोसियट डीन अजय वर्मा आदि उपस्थित रहे। शिवालिक कॉलेज और आई आई टी रोपड पंजाब के बीच हुए समझौते का मुख्य उददेश्य दोनों कॉलेजों के छात्रों-शिक्षकों के बीच में शैक्षणिक गतिविधियों एवं अनुसंधानों का आदान प्रदान कर सहयोग प्रदान करना है।जिससे आई आई टी रोपड व शिवालिक कॉलेज के छात्रों के साथ साथ शिक्षकों को एक दूसरे के काम करने की क्षमताओं का आकलन किया जा सकेगा।आईआईटी रोपड और शिवालिक के छात्रों शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न क्षेत्रों मेें कार्य करने जैसे कि शिक्षा, नवाचार,शोध,अनुसंधानों,सम्मेलनों,कार्यशालाओं,संयुक्त सेमिनारों,संगोष्ठी,विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं,कैप्सूल कार्यक्रमों,शोध रिर्पाटों का संयुक्त प्रकाशन,विशिष्ट क्षेत्रों में वैज्ञानिक तकनीकी जानकारी में उत्कृष्टता को बढावा देना और परिणामों का आदान प्रदान का लाभ सभी छात्रों और शिक्षकों को आने वाले भविष्य में मिल सकेगा। जहॉ आज ऑटिफिशियल इंटलीजेन्स (एआई) ने पूरे विश्व जगत में नई क्रॉति पैदा की है जिसका उपयोग आज के समय में प्रत्येक क्षेत्र में किया जा रहा है,चाहे वह शिक्षा जगत हो या अन्य कोई सैक्टर। प्रो.आहुजा ने यह भी कहा कि शिवालिक कॉलेज में जो छात्र अघ्ययनरत हैं वह शिवालिक कैम्पस में बने आई हब सेंटर या आईआईटी रोपड के आई हब सेंटर में जाकर दो सप्ताह ,छःमहीने के आवासीय कार्यक्रम के लिए इंटर्नशिप करना चाहते हैं,तो वह दोनों जगह से कर सकते हैं। इसके साथ ही शिक्षक भी संरक्षक के रूप में शामिल हो सकते हैं।वह भी इसका लाभ उठा सकते हैं।इस प्रकार से संसाधनों की साझेदारी होने से शिवालिक कॉलेज के एकेडमिक आउटपुट को बढाने में व शोध सुविधाओं,पुस्तकालयों और प्रयोगशालाओं तक छात्रों की पहुॅच को आसान बनाया जा सकता है। इसी क्रम में शिवालिक कॉलेज अपने छात्रों के नवाचार आईडियाज,प्रकाशन और षोध कार्यक्रमों के प्रसार करने में आईआईटी रोपड के सहयोग से अपने शोध कार्यक्रम का आगे बढायेगा। इस तरह की गतिविधियॉ द्वारा दोनों पक्षों के बीच आपसी सहयोग, विचार विर्मश,परामर्श एवं सहयोगी क्रिया कालापों के आदान प्रदान कर छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए उचित आयामों तक पहुॅचाना है,ताकि शोध गतिविधियों को नई उचाई प्रदान की जा सके। इस समझौते के माध्यम से दोनों पक्षों में बौद्विक संपदा,सहयोगात्मक अनुसंधान का निरंतर विकास का आदान प्रदान किया जाता रहेगा।यह समझौता प्रत्येक पॉच वर्ष के लिए स्वचालित रूप से नवीनीकरण किया जायेगा। ताकि दोनों पक्षों की सूचनाओं का संतुलित रूप से देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के कल्याण के लिए किया जा सके।इस अवसर पर सभी आगंतुकों ने कॉलेज के विभिन विभागों जैसे कम्प्यूटर लैब,पुस्तकालय में जाकर वहॉ से जानकारी और कार्य करने की शैली प्राप्त कर कॉलेज के कार्यो पर संतोष व्यक्त करते हुऐ सराहना की। इस अवसर पर शिवालिक कॉलेज के वाईस चेयरमैन अजय कुमार ने सभी आगंतुकों अतिथियों,शिक्षकों और छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे मौके जब कभी भी आते हैं,तो उसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए और इस प्रकार की गतिविधियों में बढ-चढ कर प्रतिभाग करना चाहिए।इसी क्रम को आगे बढाते हुए कॉलेज के एडवाईजर प्रो.डॉ.एस.पी.श्रीवास्तव ने दोनों पक्षों को समझौता पत्र पर संयुक्त रूप से सघन कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।कॉलेज के निदेशक प्रो.डॉ.प्रहलाद सिंह ने सभी आगंतुकों को अपने व्यस्त कार्यक्रमों से समय निकालकर इस अवसर पर उपस्थित होकर शिवालिक कॉलेज की गरिमा को बढाया है उन्होंने सभी अतिथियों का आभार और धन्यवाद दिया,और निश्चित तौर पर इस प्रकार की गतिविधियों,अनुसंधानों एवं नवीन तकनीकी का आदान प्रदान लिए प्रतिबद्वता को प्रदर्शित करने पर जोर दिया।समझौते के अवसर पर विभिन्न विभागों के डीन,विभागाध्यक्ष के अलावा शिक्षकगण,कर्मचारी और छात्र उपस्थित रहे।
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