हरिद्वार। संसार में मां और बच्चे का रिश्ता सबसे पवित्र व अनमेाल है।मां ही बच्चों को अंगुली पकड़कर कर चलना सिखाती है, मां ही हमें संस्कारवान बनाकर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। व्यक्ति निर्माण में मां की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।यह उद्गार श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने सप्त सरोवर स्थित वैष्णो देवी मंदिर माता लाल देवी में स्थापित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूज्य माता स्व.हीराबेन मोदी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धाजंलि प्रदान करते हुए व्यक्त किये।स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने स्व.हीरा बेन को नमन करते हुए कहा कि उनका जीवन प्रत्येक मां के लिए सदैव अनुकरणीय व प्रेरणास्रोत रहेगा,उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी अपने बच्चों में संस्कार व राष्ट्रवाद का संचार किया जिसके चलते उनके सुपुत्र नरेन्द्र मोदी आज प्रधानमंत्री बनकर देश की सेवा करते हुए समूचे विश्व में हिन्दुस्तान का सम्मान बढ़ा रहे हैं। यह स्व.हीराबेन मोदी के त्याग व जीवटता का परिणाम है कि आज साधारण परिवेश में पले-बढ़े नरेन्द्र मोदी विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली नेताओं में शामिल हैं। जब दुनिया में बच्चे अपने माता-पिता की उपेक्षा कर रहे हैं ऐसे में भक्त दुर्गादास साधुवाद के पात्र हैं जिन्होंने वैष्णो देवी मंदिर माता लाल देवी में स्व.हीराबेन मोदी की प्रतिमा स्थापित कर युवा पीढ़ी को मातृ शक्ति के प्रति आदर व सम्मान का संदेश दिया है। उन्हांेने कहा कि पूज्य माता लाल देवी जी व पूज्य हीरा बेन मोदी जैसी माताओं ने समाज को प्रेरणा देने का कार्य किया है।इस अवसर पर वैष्णो देवी मंदिर माता लाल देवी के संचालक भक्त दुर्गादास ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज का स्वागत करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण में स्वामी महाराज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।बेहतर व्यवस्थाओं के चलते ही आज प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुजन देश-दुनिया से अयोध्या पधार रहे हैं।इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से पं.हीराबल्लभ जोशी,राकेश चंद सकलानी,अश्वनी कुमार आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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