हरिद्वार। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा मनाए जा रहे माता भगवती देवी शर्मा जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विश्वभर में यज्ञीय अनुष्ठानों,संगोष्ठियों एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा.चिन्मय पंड्या इन दिनों ऑस्ट्रेलिया प्रवास पर हैं।जहां वे विभिन्न शहरों में आध्यात्मिक जागरण के कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन कर रहे हैं।गायत्री परिवार की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को और सशक्त करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि डा.चिन्मय पंड्या ऑस्ट्रेलिया प्रवास के अंतर्गत साउथ ऑस्ट्रेलियन संसद पहुंचे। ज्ञातव्य है कि सांसद रसेल वोरटली ने गायत्री परिवार और डा.पंड्या के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रभावित होकर उन्हें संसद में आमंत्रित किया। इस दौरान नवयुग के संविधान युग निर्माण विषय पर गहन संवाद हुआ तथा सांसद ने भावी आयोजनों में गायत्री परिवार के साथ सतत सहभागिता की घोषणा की। साथ ही भारतीय त्योहारों के आयोजनों में गायत्री परिवार को प्रमुख आयोजक के रूप में आमंत्रित करने का भी प्रस्ताव प्रस्तुत किया। जिसे उन्होंने स्वीकार किया।डा.चिन्मय पण्डया ने उन्हें युग साहित्य आदि भेंटकर सम्मानित किया। एडिलेड काउंसलर सुरेन्द्र पाल ने संसद में डा.पंड्या का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया एवं इस भेंट के संयोजन में विशेष भूमिका निभाई। यह भविष्य में भारत-ऑस्ट्रेलिया सांस्कृतिक सहयोग के एक नए युग की शुरुआत करेगी तथा विश्वशांति,मानवीय मूल्यों और अध्यात्म आधारित नेतृत्व के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करेगी।
हरिद्वार। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा मनाए जा रहे माता भगवती देवी शर्मा जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विश्वभर में यज्ञीय अनुष्ठानों,संगोष्ठियों एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा.चिन्मय पंड्या इन दिनों ऑस्ट्रेलिया प्रवास पर हैं।जहां वे विभिन्न शहरों में आध्यात्मिक जागरण के कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन कर रहे हैं।गायत्री परिवार की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को और सशक्त करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि डा.चिन्मय पंड्या ऑस्ट्रेलिया प्रवास के अंतर्गत साउथ ऑस्ट्रेलियन संसद पहुंचे। ज्ञातव्य है कि सांसद रसेल वोरटली ने गायत्री परिवार और डा.पंड्या के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रभावित होकर उन्हें संसद में आमंत्रित किया। इस दौरान नवयुग के संविधान युग निर्माण विषय पर गहन संवाद हुआ तथा सांसद ने भावी आयोजनों में गायत्री परिवार के साथ सतत सहभागिता की घोषणा की। साथ ही भारतीय त्योहारों के आयोजनों में गायत्री परिवार को प्रमुख आयोजक के रूप में आमंत्रित करने का भी प्रस्ताव प्रस्तुत किया। जिसे उन्होंने स्वीकार किया।डा.चिन्मय पण्डया ने उन्हें युग साहित्य आदि भेंटकर सम्मानित किया। एडिलेड काउंसलर सुरेन्द्र पाल ने संसद में डा.पंड्या का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया एवं इस भेंट के संयोजन में विशेष भूमिका निभाई। यह भविष्य में भारत-ऑस्ट्रेलिया सांस्कृतिक सहयोग के एक नए युग की शुरुआत करेगी तथा विश्वशांति,मानवीय मूल्यों और अध्यात्म आधारित नेतृत्व के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करेगी।
Comments
Post a Comment