रेशम व्यवसाय को किसानों के प्रति और अधिक लाभकारी बनाया जाने के लिए प्रयास किये जाये- मुख्य विकास अधिकारी
हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंण्डे द्वारा सहायक निदेशक,रेशम एवं कोया बाजार पथरी का निरीक्षण किया गया।मुख्य विकास अधिकारी द्वारा रेशम कीटपालन,कोया उत्पादन से सम्बन्धित कार्यों की विस्तृत जानकारी ली गयी एवं उपस्थित किसानों से वार्ता की गयी। किसानों की ओर से कोया उत्पादन एवं कोया मूल्यों को लेकर आये सुझावों को गम्भीरतापूर्वक सुना गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा रेशम विभाग को निर्देश दिये गये कि रेशम व्यवसाय को किसानों के प्रति और अधिक लाभकारी बनाया जाने के लिए प्रयास किये जायें।मुख्य विकास अधिकारी द्वारा रेशम विभाग से सम्बन्धित तकनीकी जानकारी प्राप्त करने के पश्चात रेशम उत्पादन की सम्भावनाओं को देखते हुए जनपद में शहतूत के क्षेत्र को विस्तार करने तथा रेशम उत्पादन के सम्बन्ध में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये।रेशम कीटपालन कार्यों को मनरेगा से जोडने एवं खाली पड़ी हुई ग्राम सभा की जमीनों को चिन्हित कर मनरेगा से शहतूत के पौधों के वृक्षारोपण के निर्देश दिये गये।रेशम विभाग को यह भी निर्देश दिये गये कि व्यवसायिक स्तर पर कोया उत्पादन करने के लिये रेशम से सम्बन्धित कार्य करने वाली संस्थाओं,व्यवसायी,निवेशकों आदि को आमंत्रित किया जाये,जिससे रेशम उत्पादन को बढ़ाया जा सके,जनपद के अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित किया जा सके। इस दौरान अर्थ एवं संख्याधिकारी श्रीमती नलिनी ध्यानी,प्रभारी सहायक निदेशक रेशम,अर्जुन सिंह,अपर सांख्यिकीय अधिकारी सुभाष सिंह शाक्य,निरीक्षक रेशम मौ.उवेश..आयुष कुमार,रेणू भल्ला,कविता सैनी,शहजाद अली, चन्द्रदेव ,शशांक कुकरेती आदि उपस्थित रहे।
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