हरिद्वार। देवपुरा स्थित एचआरडीए क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित अखिल भारतीय इंटर जोनल वेटरन्स क्रिकेट चैंम्पियनशिप 2025 का फाइनल मैच सेंट्रल जोन और नॉर्थ जोन के मध्य खेला गया। रविवार को दूधिया रोशनी में खेले गए डे नाइट फाइनल मैच नॉर्थ जोन ने 7 विकेट से जीता।सेंट्रल जोन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और निर्धारित 20ओवर में 8विकेट खोकर 144रन बनाए।आलोक रंजन ने 30गेंदों में 2 चौकों,1छक्के की मदद से सर्वाधिक 40रन,अनूप कपूर ने 26 गेंदों पर 4 चौकों,1छक्के की मदद से 30रन का योगदान किया।नॉर्थ जोन की तरफ से गेंदबाजी में कप्तान अजीत चंदेला ने 4ओवर में 15रन देकर 2 विकेट,अमरदीप सोनकर ने 4 ओवर में 27रन देकर 3 विकेट लिए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी नॉर्थ जोन ने 17.1ओवर में 3 विकट गंवाकर मैच जीत लिया।45गेंदों पर 7चौकों और 2छक्कों की मदद से नाबाद 68रन बनाने वाले देहरादून के विजय सिंह मैन ऑफ द मैच चुने गए।टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन और शतक बनाने वाले जतिन सक्सेना मैन ऑफ द मैच चुने गए।इस अवसर पर रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने विेजेता और उपविजेता टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रिटायर्ड खिलाड़ियों के लिए वेटरन क्रिकेट अच्छा मंच है।उम्र दराज खिलाड़ियों को एक बार फिर से अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है।आयोजक समिति ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 15 खिलाड़ियों का चयन कर दुबई में आयोजित होने वाली अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने के लिए भेजा जाएगा।आयोजन समिति के सुभाष गुप्ता,प्रवीण त्यागी,कैप्टन जावेद नदीम,अमन,एस कानन,बिंदिया चौहान,राजीव त्यागी ,संजय कुमार,अरविंद खनेजा,विशालमूर्ति भट्ट,तेजवीर सिंह,कमेंटेटर सुशील दोषी,नीरज दत्त, कन्हैया लाल,सुरेश गोस्वामी,अंपायर राहुल गुप्ता,स्वतंत्र चौहान मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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