हरिद्वार। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के नेतृत्व में 2027 हरिद्वार कुंभ मेला दिव्य और भव्य रूप संपन्न होगा।कुंभ मेले में आने वाले संतों और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेें। इसके लिए जल्द ही युवा भारत साधु समाज का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी शिवम महंत के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलेगा। जस्सा राम रोड़ स्थित श्रीजगद्गुरू उदासीन आश्रम में युवा संतों की बैठक के दौरान स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता ने पूरी दुनिया का प्रभावित किया है।सनातन धर्म संस्कृति का प्रभाव पूरे विश्व में बढ़ा है।स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि ने कहा कि हरिद्वार सनातन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है।2027 में हरिद्वार के गंगा तट पर होने वाले कुंभ मेले के दौरान सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों के विशाल संगम से पूरे विश्व में आध्यात्मिक चेतना का प्रसार होगा। उन्होंने कहा कि संकट और आपातकालीन परिस्थितियों में सनातन धर्म संस्कृति ने हमेशा ही दुनिया का मार्गदर्शन किया है। आज भी पूरा विश्व अनेक संकटों का सामना कर रहा है। ऐसे में एक बार फिर सनातन धर्म संस्कृति ही पूरे विश्व में मानवता को संबल प्रदान करेगी। निर्धन निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण ने कहा कि कुंभ मेले की तैयारियां भी शुरू हो गयी हैं।मेले के दौरान संतों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।बैठक में स्वामी हरिहरानंद,स्वामी ज्योर्तिमयानंद,स्वामी दिनेश दास,स्वामी निर्मल दास, स्वामी अनंतानंदराम सहित कई संत मौजूद रहे।
हरिद्वार। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के नेतृत्व में 2027 हरिद्वार कुंभ मेला दिव्य और भव्य रूप संपन्न होगा।कुंभ मेले में आने वाले संतों और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेें। इसके लिए जल्द ही युवा भारत साधु समाज का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी शिवम महंत के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलेगा। जस्सा राम रोड़ स्थित श्रीजगद्गुरू उदासीन आश्रम में युवा संतों की बैठक के दौरान स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता ने पूरी दुनिया का प्रभावित किया है।सनातन धर्म संस्कृति का प्रभाव पूरे विश्व में बढ़ा है।स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि ने कहा कि हरिद्वार सनातन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है।2027 में हरिद्वार के गंगा तट पर होने वाले कुंभ मेले के दौरान सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों के विशाल संगम से पूरे विश्व में आध्यात्मिक चेतना का प्रसार होगा। उन्होंने कहा कि संकट और आपातकालीन परिस्थितियों में सनातन धर्म संस्कृति ने हमेशा ही दुनिया का मार्गदर्शन किया है। आज भी पूरा विश्व अनेक संकटों का सामना कर रहा है। ऐसे में एक बार फिर सनातन धर्म संस्कृति ही पूरे विश्व में मानवता को संबल प्रदान करेगी। निर्धन निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण ने कहा कि कुंभ मेले की तैयारियां भी शुरू हो गयी हैं।मेले के दौरान संतों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।बैठक में स्वामी हरिहरानंद,स्वामी ज्योर्तिमयानंद,स्वामी दिनेश दास,स्वामी निर्मल दास, स्वामी अनंतानंदराम सहित कई संत मौजूद रहे।
Comments
Post a Comment