हरिद्वार। कनखल स्थित निर्मल विरक्त कुटिया परिसर में आयोजित श्री गुरु नानकदेव धर्म प्रचार समिति की बैठक में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के प्रधान के प्रतिनिधि जत्थेदार करनवीर सिंह का पहली बार धर्मनगरी पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर जत्थेदार ने कहा कि सभी को एकजुट होकर समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करना होगा।बच्चों में अपने धर्म और दस गुरुओं की शिक्षा का प्रचार प्रसार करें।जहां भी ऐतिहासिक गुरुद्वारे हैं उन्हें बचाया जाए।उन्होंने कहा कि जल्द ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान द्वारा एक बड़ा समागम हरिद्वार में आयोजित किया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में संगत रहेगी।समागम में समस्त गुरुद्वारों के प्रधान अपनी समस्याएं एसजीपीसी के समक्ष रख सकेंगे।समिति के संरक्षक बाबा पंडत ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर द्वारा जो भी निर्देश प्राप्त होते हैं उसके अनुसार ज्ञान गोदडी गुरुद्वारे के लिए संघर्ष किया जा रहा है। पिछले 9 वर्ष से लगातार शांतिपूर्वक धरना चल रहा है लेकिन कुछ लोग संघर्ष को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। जिसके कारण सरकार गुरुद्वारे के लिए गंभीर नहीं है। अध्यक्ष सूबा सिंह ढिल्लो ने कहा कि धर्मनगरी के समस्त गुरुद्वारों में कार्यक्रम आयोजित कर सिक्ख धर्म और गुरबाणी का प्रचार प्रसार किया जाता है। सरकार से वार्ता कर जल्द से जल्द गुरुद्वारा ज्ञान गोदडी का स्थान लिया जाए। इस अवसर पर सुखदेव सिंह,हरभजन सिंह,उज्जल सिंह,सतपाल सिंह, लाहौरी सिंह,अनूप सिंह सिद्धू, महेंद्र सिंह चावला,सरदार सिंह,हरमोहन सिंह,बलविंदर सिंह, मंजीत सिंह,मालक सिंह,सोनू सिंह,कुलवंत सिंह,संदीप सिंह,जोबन सिंह आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कनखल स्थित निर्मल विरक्त कुटिया परिसर में आयोजित श्री गुरु नानकदेव धर्म प्रचार समिति की बैठक में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के प्रधान के प्रतिनिधि जत्थेदार करनवीर सिंह का पहली बार धर्मनगरी पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर जत्थेदार ने कहा कि सभी को एकजुट होकर समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करना होगा।बच्चों में अपने धर्म और दस गुरुओं की शिक्षा का प्रचार प्रसार करें।जहां भी ऐतिहासिक गुरुद्वारे हैं उन्हें बचाया जाए।उन्होंने कहा कि जल्द ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान द्वारा एक बड़ा समागम हरिद्वार में आयोजित किया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में संगत रहेगी।समागम में समस्त गुरुद्वारों के प्रधान अपनी समस्याएं एसजीपीसी के समक्ष रख सकेंगे।समिति के संरक्षक बाबा पंडत ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर द्वारा जो भी निर्देश प्राप्त होते हैं उसके अनुसार ज्ञान गोदडी गुरुद्वारे के लिए संघर्ष किया जा रहा है। पिछले 9 वर्ष से लगातार शांतिपूर्वक धरना चल रहा है लेकिन कुछ लोग संघर्ष को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। जिसके कारण सरकार गुरुद्वारे के लिए गंभीर नहीं है। अध्यक्ष सूबा सिंह ढिल्लो ने कहा कि धर्मनगरी के समस्त गुरुद्वारों में कार्यक्रम आयोजित कर सिक्ख धर्म और गुरबाणी का प्रचार प्रसार किया जाता है। सरकार से वार्ता कर जल्द से जल्द गुरुद्वारा ज्ञान गोदडी का स्थान लिया जाए। इस अवसर पर सुखदेव सिंह,हरभजन सिंह,उज्जल सिंह,सतपाल सिंह, लाहौरी सिंह,अनूप सिंह सिद्धू, महेंद्र सिंह चावला,सरदार सिंह,हरमोहन सिंह,बलविंदर सिंह, मंजीत सिंह,मालक सिंह,सोनू सिंह,कुलवंत सिंह,संदीप सिंह,जोबन सिंह आदि शामिल रहे।
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