Skip to main content

असुरों के उपद्रव बढ़ते ही दैवीय शक्तियां जागृत हो जाती हैं-स्वामी विज्ञानानंद


हरिद्वार। श्रीगीता विज्ञान आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि असुरों के उपद्रव बढ़ते ही दैवीय शक्तियां जागृत हो जाती हैं और दुरात्माओं का अंत हो जाता है।युग और समय परिवर्तनशील होते हैं।जो अब शीघ्र बदलने वाले हैं। विष्णु गार्डन स्थित श्री गीता विज्ञान आश्रम में परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय श्रीगायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति के अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने बदलते वैश्विक परिवेश पर चर्चा करते हुए कहा कि चीटी की जब मृत्यु निकट होती है तो उसके पर निकल आते हैं,यही हाल छोटे-छोटे देशों का है,जो बड़े देशों की भावनाएं भड़काकर रावण की तरह अपना मोक्ष चाहते हैं। गायत्री महायज्ञ को विश्व कल्याण का सूचक बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत सभी का कल्याण चाहता है और सर्वे भवंतु सुखिनः की कामना के साथ अक्षम्य अपराधों को भी ज्यादा गंभीरता से नहीं लेता है। लेकिन यह सत्य है कि विजय सदैव सच्चाई की ही होती है। प्रकृति में विद्यमान आत्माओं का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि सृष्टि के रचनाकाल से ही देव आत्मा,धर्मात्मा और असुरात्मा होते आए हैं।सतयुग,त्रेता और द्वापर में स्वयं भगवान ने अवतरित होकर असुर आत्माओं का संहार किया और कलयुग के राक्षसों का अंत करने के लिए अब धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने वालों को ही भगवान ने सक्षम बना दिया है।अनादिकाल से राक्षस स्वयं को देवात्माओं से बलशाली समझते आए हैं। लेकिन विजय सदैव धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने वालों की ही हुई है। दुरात्माओं के विनाश का समय निकट बताते हुए उन्होंने कहा कि देवभूमि भारत से राक्षसी प्रवृत्तियां शीघ्र ही समाप्त होंगी और इस कार्य में अब अधिक विलंब नहीं है। 12वीं शताब्दी के पूर्व के भारत (आर्यावर्त) का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भारत को आर्यावर्त कहा जाता था। जिसका स्वरूप विशाल था और अब समय आ गया है कि भारत पुनःअपने प्राचीन रूप में ही लौटेगा। इस अवसर पर पंजाब, हरियाणा,राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भी उपस्थित रहे। 

Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को ...