हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में यूजीसी अधिनियम 2023 को लागू किए जाने की मांग को लेकर विगत 23दिनों से चल रही सांकेतिक हड़ताल को कर्मचारियों ने अनिश्चित कालीन धरने में 30जुलाई 2025 से परिवर्तित कर दिया है।धरने पर बैठे कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रजनीश भारद्वाज व महामंत्री नरेन्द्र मलिक ने कहा कि यूनियन की 25जुलाई को आहुत की गयी आम सभा की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार आज बुधवार से सांकेतिक हड़ताल को अनिश्चितकालीन धरने में परिवर्तित कर दिया गया है।उन्होंने कहा कि कर्मचारी पूर्ण मनोबल व उत्साह के साथ समविश्वविद्यालय की रक्षा के लिए धरने पर बैठे हैं। छात्रों के हितों को देखते हुए कर्मचारियों ने संगठन स्थल पर निर्णय लिया है कि समविश्वविद्यालय में चल रहीं प्रवेश संबंधित प्रक्रिया निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराई जाएगी जिससे कि समविश्वविद्यालय में प्रवेश लेने हेतु देश के विभिन्न प्रान्तों से आने वाले विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।कर्मचारी नेताओं ने कहा कि शिक्षकेत्तर कर्मचारी समविश्वविद्यालय के संरक्षण व उसके निजीकरण किए जाने के प्रयासों को विफल करने के लिए निरंतर अग्रसर है।किसी भी स्तर पर समविश्वविद्यालय का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। समविश्वविद्यालय के संस्थापक अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानन्द के आर्य सिद्धान्तों की रक्षा की जाएगी। आर्य समाज के नाम पर संस्था के सिद्धान्तों व भारत सरकार के नियमों की अनदेखी करने वालों को उनके मंसूबों में कर्मचारी सफल नहीं होने देगी।
हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में यूजीसी अधिनियम 2023 को लागू किए जाने की मांग को लेकर विगत 23दिनों से चल रही सांकेतिक हड़ताल को कर्मचारियों ने अनिश्चित कालीन धरने में 30जुलाई 2025 से परिवर्तित कर दिया है।धरने पर बैठे कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रजनीश भारद्वाज व महामंत्री नरेन्द्र मलिक ने कहा कि यूनियन की 25जुलाई को आहुत की गयी आम सभा की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार आज बुधवार से सांकेतिक हड़ताल को अनिश्चितकालीन धरने में परिवर्तित कर दिया गया है।उन्होंने कहा कि कर्मचारी पूर्ण मनोबल व उत्साह के साथ समविश्वविद्यालय की रक्षा के लिए धरने पर बैठे हैं। छात्रों के हितों को देखते हुए कर्मचारियों ने संगठन स्थल पर निर्णय लिया है कि समविश्वविद्यालय में चल रहीं प्रवेश संबंधित प्रक्रिया निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराई जाएगी जिससे कि समविश्वविद्यालय में प्रवेश लेने हेतु देश के विभिन्न प्रान्तों से आने वाले विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।कर्मचारी नेताओं ने कहा कि शिक्षकेत्तर कर्मचारी समविश्वविद्यालय के संरक्षण व उसके निजीकरण किए जाने के प्रयासों को विफल करने के लिए निरंतर अग्रसर है।किसी भी स्तर पर समविश्वविद्यालय का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। समविश्वविद्यालय के संस्थापक अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानन्द के आर्य सिद्धान्तों की रक्षा की जाएगी। आर्य समाज के नाम पर संस्था के सिद्धान्तों व भारत सरकार के नियमों की अनदेखी करने वालों को उनके मंसूबों में कर्मचारी सफल नहीं होने देगी।
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