हरिद्वार। रविवार को तडके से हो रही बारिश ने पंचपुरी को अस्त-व्यस्त कर दिया। बारिश के कारण सबसे ज्यादा बुरी स्थिति उपनगरी ज्वालापुर की है जहां लगभग सभी बाजारों में पानी भर गया। जिस कारण सभी बाजार अभी भी बंद रहे।दुकानदार दुकान नहीं खोल पा रहे थे। जल भराव के कारण लोगों एवं व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कटहरा बाजार ,गांधी मार्केट,चौक बाजार,पीठ बाजार,गुरुद्वारा रोड,कस्साबान रोड,आदि मार्गों पर जल भराव हुआ है। इसी तरह मध्य हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक,भगतसिंह चौक,आवास विकास कॉलोनी में तो हमेशा की तरह पानी भर गया, लोगों का आना-जाना बंद हो गया। वाहनों को लंबा चक्कर काट कर जाना पड़ा। हरिद्वार में भी बारिश से अपर रोड ,विष्णु घाट, मोती बाजार, बड़ा बाजार में भारी बरसात के कारण मनसा देवी की पहाड़ी से कीचड़ आने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ब्रह्मपुरी रेलवे पुलिया के नीचे कीचड़ हो जाने से आवागमन लगभग ठप्प हो गया।श्रवणनाथ नगर के निचले हिस्से में ललतारो नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल भराव की स्थिति का सामना करना पड़ा। उनकेे घरों में नाले का पानी भर गया। लगातार बारिश के कारण गंगा भी खतरे के निशान पर लगभग पहुंच गई,जिससे इसके सीमावर्ती गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हालांकि प्रशासन अपनी तरफ से पुरी कोशिश है कर रहा है लेकिन स्थिति पर काबू पाना उसके लिए मुश्किल होता जा रहा है।
हरिद्वार। रविवार को तडके से हो रही बारिश ने पंचपुरी को अस्त-व्यस्त कर दिया। बारिश के कारण सबसे ज्यादा बुरी स्थिति उपनगरी ज्वालापुर की है जहां लगभग सभी बाजारों में पानी भर गया। जिस कारण सभी बाजार अभी भी बंद रहे।दुकानदार दुकान नहीं खोल पा रहे थे। जल भराव के कारण लोगों एवं व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कटहरा बाजार ,गांधी मार्केट,चौक बाजार,पीठ बाजार,गुरुद्वारा रोड,कस्साबान रोड,आदि मार्गों पर जल भराव हुआ है। इसी तरह मध्य हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक,भगतसिंह चौक,आवास विकास कॉलोनी में तो हमेशा की तरह पानी भर गया, लोगों का आना-जाना बंद हो गया। वाहनों को लंबा चक्कर काट कर जाना पड़ा। हरिद्वार में भी बारिश से अपर रोड ,विष्णु घाट, मोती बाजार, बड़ा बाजार में भारी बरसात के कारण मनसा देवी की पहाड़ी से कीचड़ आने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ब्रह्मपुरी रेलवे पुलिया के नीचे कीचड़ हो जाने से आवागमन लगभग ठप्प हो गया।श्रवणनाथ नगर के निचले हिस्से में ललतारो नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल भराव की स्थिति का सामना करना पड़ा। उनकेे घरों में नाले का पानी भर गया। लगातार बारिश के कारण गंगा भी खतरे के निशान पर लगभग पहुंच गई,जिससे इसके सीमावर्ती गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हालांकि प्रशासन अपनी तरफ से पुरी कोशिश है कर रहा है लेकिन स्थिति पर काबू पाना उसके लिए मुश्किल होता जा रहा है।
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