हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास विभाग,महिला बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस को प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।सचिव ग्राम्य विकास ,सचिव स्वास्थ्य और सचिव महिला बाल विकास के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार, पारिवारिक पोषण और स्वास्थ्य कार्य कार्यक्रम को तीनों विभाग मिलकर एक एकीकृत कार्ययोजना बनाकर संचालित करेंगे।मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग उन ग्रामीण क्षेत्रों की सूची खंड विकास स्तर पर साझा करे,जहां अभी भी कुपोषण और घर पर प्रसव हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि एक कार्ययोजना बनाकर असुरक्षित घरेलू प्रसव को शून्य करना है।इसके साथ ही,गर्भवती महिलाओं,धात्री माताओं और किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह,ग्राम संगठन और क्लस्टरस्तरीय फेडरेशन की शत-प्रतिशत भागीदारी हो।बैठक में पोषण,स्वास्थ्य,स्वच्छता,स्वच्छ पेयजल और हैंड वाश के महत्व के बारे में जानकारी देने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक स्तरीय संचालन समिति की बैठकें,खंड विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक सप्ताह के भीतर आयोजित की जाएं,और शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।बैठक में के.एन.तिवारी (परियोजना निदेशक),सुश्री नलनीत घिल्डियाल(सहायक परियोजना निदेशक),अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी,जिला कार्यक्रम अधिकारी,सभी खंड विकास अधिकारी और सभी ब्लॉक मिशन प्रबंधक उपस्थित थे।
हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास विभाग,महिला बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस को प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।सचिव ग्राम्य विकास ,सचिव स्वास्थ्य और सचिव महिला बाल विकास के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार, पारिवारिक पोषण और स्वास्थ्य कार्य कार्यक्रम को तीनों विभाग मिलकर एक एकीकृत कार्ययोजना बनाकर संचालित करेंगे।मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग उन ग्रामीण क्षेत्रों की सूची खंड विकास स्तर पर साझा करे,जहां अभी भी कुपोषण और घर पर प्रसव हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि एक कार्ययोजना बनाकर असुरक्षित घरेलू प्रसव को शून्य करना है।इसके साथ ही,गर्भवती महिलाओं,धात्री माताओं और किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह,ग्राम संगठन और क्लस्टरस्तरीय फेडरेशन की शत-प्रतिशत भागीदारी हो।बैठक में पोषण,स्वास्थ्य,स्वच्छता,स्वच्छ पेयजल और हैंड वाश के महत्व के बारे में जानकारी देने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक स्तरीय संचालन समिति की बैठकें,खंड विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक सप्ताह के भीतर आयोजित की जाएं,और शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।बैठक में के.एन.तिवारी (परियोजना निदेशक),सुश्री नलनीत घिल्डियाल(सहायक परियोजना निदेशक),अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी,जिला कार्यक्रम अधिकारी,सभी खंड विकास अधिकारी और सभी ब्लॉक मिशन प्रबंधक उपस्थित थे।
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